शनिवार को भारत की पहली क्षेत्रीय रैपिड रेल सेवा “नमो भारत ट्रेन” आम जनता के लिए शुरू कर दी गयी है। प्रथम चरण में 17 किलोमीटर की दूरी तय किया गया जिसमें कुल पाँच स्टेशन – साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो शामिल हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद से नमो भारत ट्रेन का उद्घाटन किया। सभा को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि ‘नमो भारत ट्रेन’ ‘नए भारत की नई यात्रा’ और उसके नए संकल्पों को परिभाषित करती है। उन्होंने कहा कि दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम, कॉरिडोर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव लाएगा।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि नमो भारत भविष्य के भारत की एक झलक है और बढ़ती आर्थिकता के साथ राष्ट्र के परिवर्तन का उदाहरण है। श्री मोदी ने कहा कि दिल्ली-मेरठ का यह 80 किलोमीटर का हिस्सा सिर्फ शुरुआत है क्योंकि पहले चरण में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के कई इलाके नमो भारत ट्रेन से जुड़ेंगे।
रैपिड रेल सेवा “नमो भारत ट्रेन” से जुड़ीं ख़ास बातें:
नमो भारत ट्रेन में छह डिब्बे हैं और इसकी क्षमता लगभग एक हजार सौ यात्रियों को ले जाने की है। रैपिड की डिज़ाइन गति 180 किमी प्रति घंटा और परिचालन गति 160 किमी प्रति घंटा है, उन्होंने कहा कि पहला गलियारा 82 किमी लंबा होगा जो दिल्ली को मेरठ से जोड़ेगा। ट्रेनें 15 मिनट के अंतराल पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।

महिला यात्रियों के लिए के लिए अलग कोच:
रैपिडएक्स में हर ट्रेन में एक समर्पित महिला कोच होगा। महिलाओं के लिए सुरक्षित और आरामदायक क्षेत्रीय यात्रा सुनिश्चित करने के लिए, दिल्ली से मेरठ जाते समय दूसरा कोच महिलाओं के लिए आरक्षित होगा। इस आरक्षित कोच में 72 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी. ट्रेन के अन्य कोचों में महिलाओं के लिए अतिरिक्त 10 सीटें भी आरक्षित हैं।
नमो भारत ट्रेन को लेकर यात्रियों में ख़ुशी की लहर:
नमो भारत ट्रेन में यात्रा करने के बाद यात्रियों ने कहा कि ‘बहुत ही अच्छी सुविधा प्रदान की गयी है’। इसके अतिरिक्त एक अन्य यात्री ने कहा कि “मेरा रूट अलग है, लेकिन मैं यह देखने आया हूँ कि इसमें नया क्या है? मेरा रूट जिसे एक घंटे में तय करता हूँ, अब उसे आधे घंटे में तय कर सकता हूँ। मैं इससे काफी खुश हूँ।”